पहली बार अकेले रहने की सोचते ही दिमाग में कई सवाल घूमते हैं – खाना कैसे बनाऊँ, खर्चा कैसे संभालूँ, कब कोई मदद आएगा? अगर आप भी ऐसे हैं तो ये लेख आपके लिये है। आसान, रोज़मर्रा के उपायों से हम आपके जीवन को आरामदायक बनाते हैं।
रात को देर तक जागना या सुबह जल्दी उठना, दोनों ही आपके मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। एक साधारण टाइमटेबल बनाइए: सुबह 7 बजे उठें, हल्दी‑अदरक वाला पानी पिएँ, फिर हल्की स्ट्रेचिंग या योग करें। नाश्ते में दही या ओट्स जैसे आसान प्रोटीन रखें, ताकि देर तक भूख न लगे।
खाना बनाना डरावना लग सकता है, लेकिन एक ही पॉट में सब्ज़ी, दाल, चावल मिलाकर ‘एक पॉट मेन्यू’ तैयार कर लें। इससे सफ़ाई भी कम होती है। बर्तन धोने के लिए गर्म पानी और थोड़ा लिपस्टिक (डिश सोप) इस्तेमाल करें, समय बचता है और बर्तन चमकते हैं।
बजट को कंट्रोल में रखने के लिए हर महीना के खर्चे का हिसाब रखें। मोबाइल ऐप या एक छोटा नोटबुक काम कर सकता है। किराना की लिस्ट बनाकर खरीदारी पर जाएँ, जिससे फिज़ूल खर्चे कम हों। बचत के लिये सस्ते लेकिन पोषक सामग्री जैसे दाल, चावल, सब्ज़ी को प्राथमिकता दें।
एकल रहने वाले लोगों को सुरक्षा को लेकर अक्सर बेचैनियों होती हैं। घर के दरवाज़ों को हमेशा लॉक रखें, खासकर रात में। यदि अपार्टमेंट में रह रहे हैं तो लिफ़्ट के बजाय सीढ़ियाँ इस्तेमाल करें, यह अतिरिक्त सुरक्षा देता है।
सुरक्षा तकनीक में मदद लेनी आसान है – मोबाइल पर आपातकालीन बटन सेट करें, पड़ोस के भरोसेमंद लोग या सुरक्षा गार्ड को अपने शिफ्ट के बारे में बता दें। पड़ोसियों से मिलें, छोटी चाय‑पान से रिश्ते बनें। जब ज़रूरत पड़े तो मदद तक पहुंच आसान हो जाती है।
एकल रहने का सबसे बड़ा मुद्दा अकेलापन है। दोस्तों को नियमित कॉल या व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें। सप्ताह में कम से कम एक बार वर्चुअल मीटिंग रखिए, इससे मन को आराम मिलता है। अगर बाहर जाना पसंद है तो सामुदायिक केंद्र, पुस्तकालय या योग कक्षा में जुड़ें, यहाँ नए दोस्त मिलते हैं।
मन की बात लिखना भी फायदेमंद रहता है। एक जर्नल रखें, रोज़ के छोटे‑छोटे अनुभव लिखें। इससे तनाव कम होता है और आपका विश्वास बढ़ता है। निराशा या डिप्रेशन महसूस हो तो तुरंत प्रोफ़ेशनल मदद लें, ये कमजोरी नहीं बल्कि आवश्यक कदम है।
अंत में, खुद को समय-समय पर पुरस्कृत करें। पसंदीदा फ़िल्म देखें, छोटी ट्रिप प्लान करें या नई रेसिपी ट्राई करें। जीवन को आसान बनाने के छोटे‑छोटे कदम मिलकर बड़ी राहत बनाते हैं। तो तैयार हैं? आज ही अपने अकेले रहने की योजना बनाएं और इन टिप्स को अपनाएं।
भारत में एकल रहना एक बहुत ही मुश्किल काम है। अगर कोई व्यक्ति एकल रहना चाहता है तो उसे अपने साथी के बिना रहने के लिए दृढ़ संकल्प और कुशलता बहुत ज़रूरी है। यह एक अत्यधिक अवसाद और प्रभाव से भरा अनुभव होता है जिसमें कोई सहायता या मदद नहीं मिलती। एकल रहने वालों को अपने जीवन को प्रभावित करने और उनकी आदतों को बदलने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है।
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