नोएडा का नाम सुनते ही अक्सर गीती‑सड़कों, बड़े‑बड़े शॉपिंग मॉल और हाई‑टेक कंपनियों की झलक दिमाग में आती है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि यहाँ रहने या काम करने के क्या‑क्या फायदा हैं, तो आप सही जगह पर आये हैं। नीचे हम आसान भाषा में बतायेंगे कि नोएडा में कहाँ रहना चाहिए, कौन‑सी नौकरी के अवसर हैं और फ़ुर्सत में क्या‑क्या कर सकते हैं।
पहले बात करते हैं उन जगहों की, जहाँ आपका वीकेंड या छुट्टी का दिन बन सकता है। सेक्टर 18 का ग्रेटर नोएडा रूमाल मार्केट, शॉपिंग‑भोरे और खाने‑पीने की चीज़ों से भरपूर है। अगर शॉपिंग पसंद है तो अयोध्या स्ट्रीट या ब्रह्मपुर का फेज‑2 मॉल देखिए, यहाँ हर ब्रांड की दुकान मिल जाएगी। बच्चों के साथ हैं तो नोएडा फॉरेस्ट रिसोर्ट या ऐडवांस्ड मैटेरियल्स डिस्ट्रीक्ट में स्थित ग्रोवल पार्क बेहतरीन विकल्प हैं।
इनके अलावा, सेक्टर 62 में स्थित नोएडा प्लाज़ा में कई सिनेमाघर और गेमिंग ज़ोन हैं, जहाँ आप रात‑भर मस्ती कर सकते हैं। अगर प्रकृति से जुड़ना है, तो बागनकुला वन्यजीव अभयारण्य एक छोटी ड्राइव दूर है—सुबह की सैर और पक्षियों की आवाज़ आपको रिफ्रेश कर देगी।
नोएडा में रहने का मुख्य फायदा है कम कीमत पर अच्छा जीवन स्तर। सेक्टर 50‑55 में 2‑3 BHK फ्लैट्स की कीमतें दिल्ली के इलाकों की तुलना में 30‑40 % कम होती हैं। यदि बजट तंग है तो सेक्टर 67‑70 में प्रोजेक्ट्स देखें; यहाँ नवीनीकरण पर विशेष छूट मिलती है। किराया तय करने से पहले, पीएससी, मेट्रो और बस स्टॉप के करीब होना ज़रूरी है—ट्रैफ़िक जैम में फँसने से बचेंगे।
काम की बात करें तो नोएडा योर बना हुआ टेक हब है। फ़्लिपकार्ट, अमेज़न, कैपजेमिनी जैसी बड़ी कंपनियों के ऑफिस यहाँ स्थित हैं। इन कंपनियों की वेबसाइट पर सीधे अप्लाई कर सकते हैं या लिंक्डइन पर नौकरियों की तलाश कर सकते हैं। अगर स्टार्ट‑अप में दिल है तो सेक्टर 18 और सेक्टर 62 में कई को‑वर्किंग स्पेसेस हैं—जैसे 96 डेज़ ऑफिस और को‑वर्कर नोएडा—जहाँ नेटवर्किंग आसान होती है।
ड्राफ्टिंग, सिविल या मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए यहाँ कई कॉलेज और इंस्टीट्यूट हैं। डॉक्टर आयुष सेवा इंस्टीट्यूट और इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्रोलॉजी किफायती ट्यूशन और पोर्टल प्लेसमेंट में मदद करते हैं। इसलिए पढ़ाई‑काम को साथ‑साथ चलाने की योजना बनाते समय यह जगहें मददगार साबित होंगी।
नोएडा में रोज़मर्रा की ज़रूरतें भी आसान हैं। बड़े‑बड़े सुपरमार्केट जैसे फोक्ट्री, ग्रोमर, इंटिमूज़ कई सेक्टरों में खुले हैं। मेडिकल सुविधाएँ भी असरदार हैं—सेक्टर 44‑45 में नोएडा मेडिकल सेंटर 24 घंटे आपातकालीन देखभाल देता है।
आख़िर में, ट्रांसपोर्ट की बात करे तो मेट्रो लीनियर ट्रांसपोर्ट (एलटीए) का विस्तार लगातार चल रहा है। सेक्टर 18‑21 का मेट्रो स्टेशन नजदीकी है और दिल्ली के डिल्ली हब से जुड़ा है, जिससे काम या पर्सनल ट्रिप्स में समय बचता है। बैसिकली, यदि आप सस्ता, सुविधाजनक और तेज़ी से बढ़ती हुई जगह ढूँढ रहे हैं, तो नोएडा आपके लिए सही विकल्प है।
तो अब देर किस बात की? बस एक छोटा रिसर्च, एक विज़िट और प्रॉपर्टी या नौकरी का विकल्प चुनें। नोएडा आपको घर जैसा महसूस कराएगा, और करियर में भी आगे बढ़ाएगा।
अरे दोस्तों, आज हम चर्चा करेंगे कि भारतीय समाचार चैनलों के स्टूडियो अधिकांशतः नोएडा में क्यों होते हैं? अरे हाँ, ऐसा नहीं है कि उन्हें नोएडा के गोलगप्पे बहुत पसंद हैं! मुख्य कारण यह है कि नोएडा दिल्ली के करीब है और यहाँ की वाणिज्यिक सुविधाएं बेहतर हैं। इसके अलावा, यहाँ की प्रौद्योगिकी की सुविधाएं और वित्तीय कारक भी उन्हें यहाँ आकर्षित करते हैं। सो दोस्तों, अब आप जान गए होंगे कि आपके पसंदीदा समाचार चैनलों के स्टूडियो नोएडा में क्यों होते हैं, हाँ और अगर आप नोएडा जाएं तो वहाँ के गोलगप्पे जरूर खाना!
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