वॉशिंगटन। चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रखा दिया। अमेरिका, इटली और स्पेन में तो जैसे लाशों के ढेर लग लग गया है। हर ओर तबाही का मंजर दिख रहा है। हालात यह हो गये हैं कि यहां लगे लाशों के ढेर को उठाने वाला कोई नहीं है। हालंकि तमाम शोधकर्ता इसकी दवा खोजने में लगे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है। इस बीच अमेरिकी कंपनी जीलीड साइंस की ओर से एक राहत भरी खबर मिली है। अमेरिकी कंपनी ने एलान किया है कि उसने एक ऐसी दवा तैयार की है, जिसके इस्तेमाल से कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। इस दवा से दुनिया भर में एक उम्मीद सी जग गयी है।
अभी और बेहतर नतीजे की उम्मीद
कंपनी ने कहा कि वह अभी और कई जगह दवाइयों का ट्रायल कर रहे हैं। उम्मीद है मई तक इसके कुछ बेहतर नतीजे आयेंगे। बता दें कि दुनिया के कई देशों में फिलहाल अलग-अलग ड्रग्स पर शोध किए जा रहे हैं जिसमें मलेरिया की दवाई भी है। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मलेरिया की दवाई दुनिया भर के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। हालंकि भारत में अभी कोरोना मरीजों में इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए मलेरिया की दवा का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका उन पर सकारत्मक असर देखने को मिल रहा है।